प्रेम से करना "गजानन-लक्ष्मी" आराधना।आज होनी चाहिए "माँ शारदे" की साधना।।अपने मन में इक दिया नन्हा जलाना ज्ञान का।उर से सारा तम हटाना, आज सब अज्ञान का।।आप खुशियों से धरा को जगमगाएँ!दीप-उत्सव पर बहुत शुभ-कामनाएँ!!
प्रेम से करना "गजानन-लक्ष्मी" आराधना।
जवाब देंहटाएंआज होनी चाहिए "माँ शारदे" की साधना।।
अपने मन में इक दिया नन्हा जलाना ज्ञान का।
उर से सारा तम हटाना, आज सब अज्ञान का।।
आप खुशियों से धरा को जगमगाएँ!
दीप-उत्सव पर बहुत शुभ-कामनाएँ!!